भारत, सभ्यताओं का संगम है। ?? जहां हर कोस पर वाणी बदलती है, हर उत्सव का एक नया रंग होता है, हर संगीत का अपना अनोखा राग होता है। इन्हीं सुरों, रंगों और भाषाओं ने मिलकर भारत की अद्वितीय संस्कृति रची है। यही विविधता हमारी आत्मा है और यही हमारी पहचान है। इसी पहचान को बिखरने से बचाकर, इन अनगिनत रंगों को एक तिरंगे में पिरोने का असंभव कार्य लौहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल ने कर दिखाया था। आज भारत रत्न सरदार पटेल की 150वीं जयंती पर हम केवल उन्हें स्मरण नहीं कर रहे, हम भारत की एकता का उत्सव मना रहे हैं। ???