“संघे शक्ति कलियुगे” के मंत्र से प्रारंभ हुई राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की यात्रा आज एक सदी की ओर बढ़ रही है। 1925 में विजयादशमी के दिन नागपुर से शुरू हुई यह यात्रा आज राष्ट्र निर्माण, सामाजिक समरसता, और सांस्कृतिक पुनर्जागरण का मजबूत स्तंभ बन चुकी है। यह केवल संगठन नहीं, संस्कारों की पाठशाला है — जहाँ अनुशासन, सेवा और राष्ट्रभक्ति जीवन का आधार बनते हैं। #RSS100Years #OnRSS